名古屋大学附属図書館




1

रिष्टसमुच्चय : प्राकृतमूल-संस्कृतच्छाया-आंग्लभाषानुवाद-विस्तृत प्रस्तावना-टिप्पणी-शब्दकोषादि समन्वित

दुर्गदेवाचार्यरचित ; संपादक, अमृतलाल सवचन्द गोपाणी ; एच्. डी. वेलनकर लिखित परस्तावनालंकृत. -- 1. आवृत्ति. -- भारतीयविद्याभवन, 1945. -- (सिंघी जैन ग्रन्थमाला ; ग्रन्थाङ्क 21).